अनुभूती संस्था की ओर से संविधान साक्षरता की जो इम्तेहान लिए गये इस के लिए मै अनुभूती संस्था को दिल से बधाई देता हू और उन्हें दिल से जिंदाबाद केहता हू. काफी अलग तरह की सोच को उन्होंने हमारे सामने रखा है ये सच मे काबिले तारीफ है. हम सभी जानते है की संविधान को लेकर अलग अलग संस्था संघटन अलग अलग कार्यक्रम लेते है, लोगों मे संविधान के प्रती सन्मान और समझ बढ़ाने की कोशिश करते है पर अनुभूती संस्था की ये पेहल सबसे अलग है ये बात को मै यहां ठोस तरीके से अधोरेखित करता हू.